शनिवार, 17 नवंबर 2007

नवज्योति जगाने जीवन में, आयी यह जगमग दीवाली

मेरी यह रचना पढे श्रीमान रवि रतलामी जी के ब्‍लाग रचनाकार में :

नवज्योति जगाने जीवन में, आयी यह जगमग दीवाली

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